पूजा-पाठ की जानकारी
संकट मोचन हनुमान मंदिर में प्रतिदिन श्रद्धा, भक्ति और परंपरा के अनुसार पूजा-अर्चना की जाती है। यह मंदिर केवल एक पूजा-स्थल नहीं, बल्कि भक्तों की आस्था, विश्वास और संकट से मुक्ति का प्रतीक है। इस मंदिर में रोज सुबह हनुमान चालीसा और सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाता है | दोपहर में हनुमान चालीसा का पाठ तथा अन्य अनुष्ठान किये जाते हैं तथा शाम के समय में पूजा तथा भोग के बाद भगवान की आरती की जाती है |
दैनिक पूजा:
हनुमान चालीसा पाठ: सुबह 06.00 बजे सामूहिक रूप से
प्रातः आरती एवं भोग का समय : 06.00 बजे से 06.30 तक
सायं आरती: शाम 7.00 बजे
विशेष दिन:
मंगलवार और शनिवार को विशेष भक्ति कार्यक्रम होता है।
इन दिनों भक्त बड़ी संख्या में आकर दीप प्रज्वलित करते हैं, नारियल चढ़ाते हैं और सिंदूर अर्पण करते हैं।
मंगलवार को भक्तों के दान से खीर का भोग लगाया जाता है और शनिवार को खिचड़ी का भोग लगाया जाता है | भोग वितरण का समय दोपहर 12.00 से प्रारंभ होता है ।
अन्य सेवाएं:
मंदिर परिसर में साफ-सफाई, शांत वातावरण और बैठने की व्यवस्था उपलब्ध है।
यह स्थान सिर्फ पूजा का स्थल नहीं, बल्कि श्रद्धा का केंद्र है, जहाँ हर भक्त अपने जीवन के संकटों से मुक्ति की कामना लेकर आता है — और यहाँ से शांति और शक्ति लेकर लौटता है।